Everything about सोने से पहले यह जरà¥à¤° सà¥à¤¨à¥‡
हजरत उमर ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, 'यह दान तà¥à¤®à¤¨à¥‡ निषà¥à¤•à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से नहीं किया, बलà¥à¤•à¤¿ जो कà¥à¤› तà¥à¤®à¤¨à¥‡ दिया है, वह अपना बड़पà¥à¤ªà¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने और पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§à¤¿ के लिठदिया है। ईशà¥à¤µà¤° के à¤à¤¯ और परोपकार के लिठनहीं दिया। à¤à¤¸à¥‡ दिखावे को उदारता और दान से कोई लाठनहीं है।"१
चूहे ने कहा, "मैं तौबा करता हूं। ईशà¥à¤µà¤° के लिठइस खतरनाक पानी से मेरी जान बचाओ।"
हमसे कोई हाल न छिपाकर इस बात को साफ-साफ बतायें। हम लोग आपके हितैषी हैं। अपने à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ को मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ से न छिपाइà¤à¥¤"
फिर हजरत अली ने पहलवान से कहा, "ठजवान! जबकि यà¥à¤¦à¥à¤§ के समय तूने मेरे मà¥à¤‚ह पर थूका तो उसी समय मेरे विचार बदल गये। उस वकà¥à¤¤ यà¥à¤¦à¥à¤§ का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ आधा खà¥à¤¦à¤¾ के वासà¥à¤¤à¥‡ और आधा तेरे जà¥à¤²à¥à¤® करने का बदला लेने के लिठहो गया, हालांकि खà¥à¤¦à¤¾ के काम में दूसरे के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ को समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ करना उतिच नहीं है। तू मेरे मालिक की
मललब यह कि तीनों शहर से à¤à¤¾à¤—कर बाहर निकले और दौड़कर à¤à¤• गांव में पहà¥à¤‚चे। इस गांव में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• मोटा-ताज़ा मà¥à¤°à¥à¤—ा मिला। लेकिन वह बिलà¥à¤•à¥à¤² हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की माला बना हà¥à¤† था। जरा-सा à¤à¥€ मांस उसमें नहीं था। अनà¥à¤§à¥‡ ने उसे देखा, बहरे ने उसकी आवाज सà¥à¤¨à¥€ और नंगे ने पकड़कर उसे पलà¥à¤²à¥‡ में ले लिया। वह मà¥à¤°à¥à¤—ा मरकर सूख गया था और कौव ने उसमें चोंच मारी थी। इन तीनों ने à¤à¤• देगची मंगवायी, जिसमें न मà¥à¤‚ह था, न पेंदा। उसे चूलà¥à¤¹à¥‡ पर चढ़ा दिया। इन तीनों ने वह मोटा ताजा मà¥à¤°à¥à¤—ा देगची में डाला और पकाना शà¥à¤°à¥ किया और इतनी आंच दी कि सारी हडà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ गलकर हलवा हो गयीं। फिर जिस तरह शेर अपना शिकार खाता है उसी तरह उन तीनों ने अपना मà¥à¤°à¥à¤—ा खाया। तीनों ने हाथी की तरह तृपà¥à¤¤ होकर खाया और फिर तीनों उस मà¥à¤°à¥à¤—ें को खाकर बड़े डील-डौलवाले हाथी की तरह मोटे हो गये। इनका मà¥à¤Ÿà¤¾à¤ªà¤¾ इतना बढ़ा कि संसार में न समाते थे, परनà¥à¤¤à¥ इस मोटेपन के बावजूद दरवाज़े के सूराख में से निकल जाते थे।
संयोग से here à¤à¤• मनà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤‚ट करने के अà¤à¤¿à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤¯ से उनकी à¤à¥‹à¤‚पड़ी में घà¥à¤¸ आया। देखा कि साधॠदोनों हाथों से अपनी à¤à¥‹à¤²à¥€ सी रहे हैं।
राजा का जब यह हाल मालूम हà¥à¤† तो सनà¥à¤¨ रह गया। बार-बार राजकà¥à¤®à¤¾à¤° के सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ और उसकी वधू के रूप की याद करके उसके à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ पर रोने लगा। अब राजा को यह चिनà¥à¤¤à¤¾ हà¥à¤ˆ कि किसी तरह राजकà¥à¤®à¤¾à¤° का मन अपनी विवाहित सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ हो और इस चà¥à¤¡à¤¼à¥ˆà¤² से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ मिले। यतà¥à¤¨ करने से कारà¥à¤¯ सिदà¥à¤§ होता है। राजा ने जब यतà¥à¤¨ करने का बीड़ा उठाया तो सफलता नज़र आने लगी। राजा को à¤à¤•
गृहसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा, "अरे मूरà¥à¤–! मà¥à¤à¥‡ खोज कà¥à¤¯à¤¾ बताता है। मैंने असली चोर को दबा लिया था। तेरी चीख-चिलà¥à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ सà¥à¤¨à¤•à¤° उसे छोड़ दिया। अरे बेवकूफ! यह तू कà¥à¤¯à¤¾ बेहूदा बक-वाद करता है। मैं तो लकà¥à¤·à¥à¤¯ को पहà¥à¤‚च चà¥à¤•à¤¾ था। à¤à¤²à¤¾ निशान कà¥à¤¯à¤¾ चीज है!
मिसà¥à¤°-निवासी हजरत जà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‚न ईशà¥à¤µà¤°-पà¥à¤°à¥‡à¤® में विहà¥à¤µà¤² होकर पागलों-जैसे आचरण करने लगे। शासन-सूतà¥à¤° गà¥à¤£à¥à¤¡à¥‹à¤‚ के हाथ में था। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‚न को कैद में डाल दिया। जब दà¥à¤·à¥à¤Ÿ मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अधिकार पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है तो मंसूर-जैसा सनà¥à¤¤ à¤à¥€ सूली पर लटका दिया जाता है। जब अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का राज होता है तो वे नबियों तक को कतà¥à¤² करा देते हैं।
वह सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ बोली, "मेरे पीछे मेरी à¤à¤• दासी है। मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ अधिक सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¥€ है। जब तू उसे देखेगा तो बड़ा खà¥à¤¶ होगा। देख यह सामने से चली आ रही है।"
उसी समय उसका जी मितलाने लगा। दिल उल-पà¥à¤²à¤Ÿ होने लगा। थोड़ी देर में वमन हà¥à¤ˆà¤‚ वह कै मौत की थी। उसे चार आदमी उठाकर ले गये। परनà¥à¤¤à¥ उस समय उसे होश नहीं था। हजरत मूसा ने ईशà¥à¤µà¤° से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, "हे पà¥à¤°à¤à¥, इसे ईमान से वंचित न कर। यह website गà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤–ी इसने read more à¤à¥‚ल में की थी। मैंने इसे बहà¥à¤¤ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ कि वह विदà¥à¤¯à¤¾ तेरे योगà¥à¤¯ नहीं। लेकिन वह मेरी नसीहत को टालने की बात समà¤à¤¾à¥¤"
[मनषà¥à¤¯ को अधिक लाठका लालच देकर असली à¤à¤²à¤¾à¤ˆ को रोका जा सकता है। इस तरह लाठके बजाय हानि उठानी पड़ती है।] १
मांà¤à¥€ को बड़ा कà¥à¤°à¥‹à¤§ आया। लेकिन उस समय वह कà¥à¤› नहीं बोला। दैवयोग से वायॠके पà¥à¤°à¤šà¤‚ड à¤à¥‹à¤‚कों ने नाव को à¤à¤‚वर में डाल दिया।
शेख जवाब देता खà¥à¤¦à¤¾ का शà¥à¤•à¥à¤° है खचà¥à¤šà¤° तो मजबूत है। मगर वह खचà¥à¤šà¤° जिसने रात à¤à¤° लाहौल खाई हो (अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ चारा न मिलने के कारण रातà¤à¤° 'दूर ही शैतान' की रट लगाता रहा), सिवा इस ढंग के रासà¥à¤¤à¤¾ तय नहीं कर सकता और उसकी यह हरकत मà¥à¤¨à¤¾à¤¸à¤¿à¤¬ मालूम होती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब उसका चारा लाहौल था तो रात-à¤à¤° इसने तसबीह (माला) फेरी अब दिन-à¤à¤° सिजà¥à¤¦à¥‡ करेगा (अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ गिर-गिर पड़ेगा)